
ग्वालियर शहर में भूमाफियाओं की कारगुज़ारी के किस्से किसी से छिपे नहीं है, आए दिन भूमाफियाओं द्वारा अवैध कॉलोनी शासन की करोड़ों की भूमि को खुर्दबुर्द करने के मामले सामने आते रहते है, फिर चाहे वो रजिस्ट्रार ऑफिस के सामने शासन की करोड़ों की भूमि पर मार्केट बना कर सालों तक किराया वसूलने का मामला हो या किसी अन्य सरकारी भूमि पर कब्जे का पर अब एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां बरसाती नाले के ऊपर मिट्टी डालकर भूमाफिया द्वारा प्लॉटिंग की जा रही है, जिसको लेकर पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने ग्वालियर कलेक्टर को पत्र भी प्रेषित किया है।
क्या है मामला?
दरअसल हुरावली स्थित वैशाली नदी के पास बरसाती नाले के बहाव क्षेत्र में मिट्टी डालकर भूमाफिया द्वारा कब्जा करने का मामला सामने आया है, माफिया के हौंसले इतने बुलंद है कि उन्होंने नाले के बहाव को रोकने के लिए नाले के अन्दर ही मिट्टी डालकर भराव कर दिया है, वा अब उसके ऊपर प्लॉटिंग करने की तैयारी है,
सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक किसी भी प्राकृतिक नाले से 9 मीटर की दूरी तक कोई भी अतिक्रमण नहीं किया जा सकता है, लेकिन माफिया ने यहां तो सरकारी नाले के अन्दर ही मिट्टी डालकर भराव कर नाले के बहाव को ही रोक दिया है

पूर्व विधायक गोयल के कलेक्टर के नाम पत्र से सामने आया मामला!

दरअसल यह मामला तब सामने आया जब मुरार वैशाली नदी के जीर्णोद्धार के लिए लगातार प्रयास कर रहे पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने ग्वालियर कलेक्टर को पत्र लिख कर इस मामले में कार्यवाही की बात की
उन्होंने लिखा कि क्या ग्वालियर प्रशासन की मंजूरी से भूमाफिया प्राकृतिक नदी नालों के ऊपर अतिक्रमण कर रहे है?
साथ ही साथ उन्होंने पत्र में प्रधानमंत्री आवास के नाम पर भूमाफियाओं द्वारा यह काम करने की बात भी पत्र में लिखी है , उन्होंने लिखा है कि क्षेत्रीय लोगों ने जब इस चीज का विरोध किया तो माफियाओं ने प्रधानमंत्री आवास के नाम पर इस नाले के भराव और यहां निर्माण की मंजूरी की बात कही।
बरसात में होगी समस्या
सितंबर माह में अत्यधिक वर्षा के कारण सभी ने मुरार वैशाली नदी का विकराल रूप देखा था , और इसका मुख्य कारण नदी के प्राकर्तिक बहाव क्षेत्र में माफियाओं द्वारा किया गया अतिक्रमण था जिसके कारण जब बहाव ज्यादा हुआ तो नदी के पानी को बहने के लिए रास्ता नहीं मिला जिस कारण सभी ने इसके नतीजे देखे, इसी प्रकार अगर इस बरसाती नाले पर अतिक्रमण किया गया और माफिया द्वारा निर्माण कार्य को सफलतापूर्वक कर लिया गया तो बरसात के मौसम में क्षेत्र में वैसी ही परिस्थिति दोबारा निर्मित हो सकती है।