ग्वालियर जिला अध्यक्ष का नाम अब एक ऐसी चर्चा बन चुकी है जिसके कारण अन्य जिलों की घोषणा भी अब रोकनी पड गई है। प्रदेश स्तर पर चर्चाओं के बाद सहमति ना बनने के कारण दिल्ली में भी मंथन हुआ पर अभी तक कोई भी सहमति बनती नजर नहीं आ रही है।
जहां एक तरफ जिला अध्यक्ष पर सहमति नहीं बन पा रही है , वही अब कार्यकर्ताओं के बीच इस चीज को लेकर अचंभा वा चर्चाएं तेज है कि ग्वालियर के सांसद वा विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर जिन्हें एक ही समझा जाता है, उनके बीच भी जिला अध्यक्ष के नाम को लेकर दूरियां बढ़ती जा रही है।
ग्रामीण जिला अध्यक्ष को लेकर खींच तान की चर्चा
चर्चाओं में सामने आ रहा है कि सांसद कुशवाह वा नरेंद्र सिंह तोमर के बीच ग्रामीण जिला अध्यक्ष को लेकर खींच तान हो रही है , जहां ग्वालियर अंचल के अंदर हर सांसद को अपने संसदीय क्षेत्र में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति करने का अवसर मिल रहा है वहां भारत सिंह ने ग्वालियर शहर के जिला अध्यक्ष का निर्णय वरिष्ठ नेताओं वा पार्टी पर छोड़ दिया है। पर वह ग्रामीण में अपने किसी समर्थक या साथी को जिला अध्यक्ष बनाना चाहते है। वही विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ग्रामीण में अपने समर्थकों को जिला अध्यक्ष बनाना चाहते है।
इन नामों को लेकर हो रहा है विवाद
चर्चाओं में सामने आए विवाद को सही माने तो सांसद भारत सिंह कुशवाह ग्रामीण में प्रेम सिंह राजपूत या विकास साहू को जिला अध्यक्ष बनाना चाहते है। वही विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर वीरेंद्र जैन या कप्तान सिंह सहसारी को जिला अध्यक्ष बनाना चाहते है। अब इसी चीज को लेकर दोनों नेताओं के बीच खींच तान की स्थिति बनी हुई है। जिस वजह से दोनों के बीच दूरियां बढ़ने की भी चर्चा है।
मुरैना वा श्योपुर जिला अध्यक्ष है नरेंद्र सिंह के खाते में
सांसदों को जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जो गाइडलाइन पार्टी द्वारा दी गई थी उसके मुताबिक मुरैना से नरेंद्र सिंह खेमे के सांसद शिवमंगल सिंह तोमर ने विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर उन्हीं के मुताबिक नामों को आगे रखा है।
वही ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी वा अशोक नगर में अपने हिसाब से जिला अध्यक्ष नियुक्त करने जा रहे है।